
1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी केंद्रीय बजट।
नई दिल्ली। संसद का बहुप्रतीक्षित बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चलेगा। सत्र का आगाज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने से होगा।
इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश करेंगी। बजट सत्र को दो चरणों में विभाजित किया गया है। पहला चरण 31 जनवरी से शुरू होकर 13 फरवरी तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण 10 मार्च से 4 अप्रैल तक चलेगा। अंतराल के दौरान 14 फरवरी से 9 मार्च तक कोई बैठक नहीं होगी।

प्रमुख एजेंडा और विधेयक:
- वक्फ (संशोधन) विधेयक की रिपोर्ट: बजट सत्र के दौरान संयुक्त संसदीय समिति वक्फ (संशोधन) विधेयक पर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। यह विधेयक पहले ही चर्चा में रहा है और समिति ने अपनी अवधि शीतकालीन सत्र में बढ़ाई थी।
- “एक राष्ट्र, एक चुनाव” पर रिपोर्ट: ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के क्रियान्वयन पर गठित संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट पर भी सत्र के दौरान चर्चा की जाएगी। समिति ने हाल ही में अपनी पहली बैठक आयोजित की है।
- प्रधानमंत्री का धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चा का उत्तर देंगे।
सत्र की महत्ता:
बजट सत्र देश के विकास और आगामी योजनाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इस बार कई आर्थिक सुधारों और सामाजिक कल्याण योजनाओं पर चर्चा होने की संभावना है।
इसके अतिरिक्त, पुलिस शिकायतों और संसद परिसर में विपक्ष और भाजपा सदस्यों के विरोध प्रदर्शन जैसे मुद्दों पर भी बजट सत्र के दौरान बहस होने की उम्मीद है।
सत्र का कार्यक्रम:
- पहला चरण: 31 जनवरी – 13 फरवरी
- अंतराल: 14 फरवरी – 9 मार्च
- दूसरा चरण: 10 मार्च – 4 अप्रैल
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट:
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह लगातार छठा बजट होगा। इसमें प्रमुख फोकस आर्थिक विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि सुधार और सामाजिक योजनाओं पर रहने की संभावना है।
संसद परिसर में सुरक्षा और विवाद:
शीतकालीन सत्र के दौरान हुए विवाद और पुलिस शिकायतों के बाद इस सत्र पर सबकी नजरें हैं। संसद परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं।